RTGS कैसे किया जाता है? : आज के इस आर्टिकल में आप सबको मैं आरटीजीएस के बारे में जानकारी दूंगा। अगर आप लोग आरटीजीएस के बारे में जानना चाहते हैं तो इस आर्टिकल को जरूर पढ़ें। आर्टिकल में आरटीजीएस क्या है , कैसे किया जाता है ,और कितने समय में किया जाता है के बारे में भी पूरी जानकारी आप लोगों को इस आर्टिकल में प्राप्त होगी।
आरटीजीएस में हम लोग इसके सभी विषय पर जानकारी प्राप्त करेंगे क्योंकि आज के इस युग में इंटरनेट बैंकिंग बहुत ही महत्वपूर्ण है इसमें आरटीजीएस अपना एक अलग स्थान रखता है इस आर्टिकल में हम लोग आरटीजीएस की उन पहलुओं के बारे में भी जानकारी प्राप्त करेंगे। जिनके बारे में इतनी आसानी से आपको कहीं भी जानकारी नहीं मिलेगी।
आरटीजीएस भी इंटरनेट बैंकिंग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें हम आरटीजीएस के हर एक हिस्से पर नजर डालेंगे हर एक जानकारी को सही तरीके से बताएंगे आपको आरटीजीएस की सभी जानकारी इसी एक आर्टिकल में प्राप्त होगी तो इस आर्टिकल को अंत तक जरूर पढ़ें।

आरटीजीएस क्या होता है?
आरटीजीएस क्या होता है। आजकल सब इंटरनेट बैंकिंग का इस्तेमाल करते हैं तो आपने भी आरटीजीएस का नाम कई बार अवश्य ही सुना होगा और साथ ही आरटीजीएस भुगतान प्रणाली का उपयोग करके किसी को भी फंड ट्रांसफर किया ही होगा , लेकिन क्या आप जानते हैं कि आरटीजीएस होता क्या है ।
आरटीजीएस का मतलब क्या होता है । अगर आप नहीं जानते तो आइए हम इस आर्टिकल में इसके बारे में जानकारी प्राप्त करते हैं।आजकल ईपेमेंट्स करने के लिए ऑनलाइन बहुत सारे विकल्प रहते हैं जिनमें सबसे ज्यादा पॉपुलर यूपीआई , आइएमपीएस, एनईएफटी, आरटीजीएस आदि विकल्प मौजूद है।
लेकिन कुछ लोग आजकल सबसे ज्यादा एनईएफटी या आरटीजीएस के द्वारा भुगतान करना बहुत अधिक पसंद करते हैं । इस लेख में हम आरटीजीएस से जुड़ी हर प्रकार की जानकारी देने वाले हैं ।
आओ जानते हैं।आज आरटीजीएस के बारे में हर एक महत्वपूर्ण तथ्य ऑनलाइन या ऑफलाइन आरटीजीएस किस प्रकार से कर सकते हैं।
RTGS क्या है?
आरटीजीएस ऑनलाइन भुगतान करने का बहुत ही तेज और बहुत ही आसान तरीका है। जिसके द्वारा वास्तविक समय में एक बैंक खाते से दूसरे बैंक के खाते में आसानी से फंड ट्रांसफर किया जाता है । आरटीजीएस द्वारा ट्रांसफर करने की न्यूनतम राशि ₹200000 से और अधिकतम राशि की कोई भी सीमा नहीं होती , दो लाख से कम राशि के भुगतान के लिए एनईएफटी भुगतान सिस्टम का इस्तेमाल भी हम कर सकते हैं।
आजकल लगभग सभी बैंक अपने ग्राहकों को आरटीजीएस ऑनलाइन भुगतान करने की सुविधा प्रदान करती है । लेकिन कुछ बैंकों की शाखाओं में यह सुविधा अभी तक भी उपलब्ध नहीं हुई है । भारत में ज्यादातर बैंक शाखाएं आरटीजीएस की सेवा अपने ग्राहकों को दे रही है।
अगर आप लोग जानना चाहते हैं कि भारत में आरटीजीएस की सेवा कौन-कौन से बैंक अपने ग्राहकों को दे रहे हैं। तो इसके लिए आप आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर देखकर जान सकते हैं।कि कौन कौन सा बैंक आरटीजीएस की सुविधा प्रदान कर रहा है।
आरटीजीएस की फुल फॉर्म क्या है?
आरटीजीएस का पुराना यानी की फुल फॉर्म real time gross settlement है। जिस का हिंदी मैं अर्थ वास्तविक “समय संकलन निपटान” है। जिसके द्वारा सही समय में एक बैंक खाते से दूसरे बैंक खाते में फंड ट्रांसफर किया जाता है।
RTGS ट्रांजैक्शन की विशेषताएं ?
आरटीजीएस ट्रांजैक्शन की मुख्य विशेषताएं निम्न प्रकार से है।
- वास्तविक समय में फंड ट्रांसफर करना।
- आरटीजीएस द्वारा बड़ी राशि ट्रांसफर करना बहुत ही आसान होता है।
- आरटीजीएस द्वारा फंड ट्रांसफर करना बहुत ही आसान और सुरक्षित है। क्योंकि है आरबीआई की निगरानी में ही किया जाता है । जिससे यह सुरक्षित होता है।
- इसमें फंड को एक-एक करके क्रेडिट किया जाता है।
- लाभ लेने वाले को फंड तुरंत प्राप्त हो जाता है।
आरटीजीएस कैसे करें?
हर किसी के मन में एक सवाल जरूर रहता है कि आरटीजीएस कैसे करें। कैसे हम आरटीजीएस की मदद से पैसों का ट्रांसफर कर सकते हैं।तो मैं आपको बता दूं कि आरटीजीएस दो प्रकार से किया जा सकता है। एक online और दूसरा offline, इस आर्टिकल में मैं आप लोगों को इन दोनों माध्यम के द्वारा आरटीजीएस करने का तरीका बताने वाला हूं।
इन दोनों तरीकों के माध्यम के द्वारा आरटीजीएस बहुत ही आसानी से किया जा सकता है। जिसमें कम समय और कब मेहनत खर्च होता है।
तीसरी पार्टी लेनदेन एक्टिवेशन
इंटरनेट बैंकिंग में आरटीजीएस द्वारा भुगतान करने के लिए जो तीसरी पार्टी होती है , उसे ट्रांजैक्शन एक्टिवेट करना बहुत ही जरूरी होता है। बिना तीसरी पार्टी एक्टिवेशन के द्वारा आप आरटीजीएस द्वारा भुगतान नहीं कर सकते हैं । तीसरी पार्टी एक्टिवेशन में आपको ज्यादा से ज्यादा 12 घंटे का समय लगता है , और और कुछ बैंक तो इसे 4 से लेकर 5 घंटे में ही एक्टिवेट कर देता है।
लाभ पाने वाले का नाम जोड़ना
किसी भी लाभ पाने वाले को आरटीजीएस करने के लिए, उसका नाम beneficiary तौर पर add करना जरूरी होता है। बेनिफिशियरी का नाम जोड़ने के लिए आपको बेनेफिशरी नेम बैंक नेम , बैंक अकाउंट नंबर , आईएफएससी कोड, ब्रांच एड्रेस सब कुछ दर्ज करना होता है।
बैंक प्रोसेसिंग
इंटरनेट बैंकिंग में बेनिफिशियरी का नाम जोड़ने के बाद बैंक को लाभ लेने वाले की डिटेल सत्यापित करने में 4 से 6 घंटे का समय लग जाता है।
बेनिफिशियरी नाम बैंक द्वारा सत्यापित होने के बाद लाभ लेने वाले के खाते में आरटीजीएस के द्वारा पैसे ट्रांसफर कर दिए जाते हैं।
ऑनलाइन आरटीजीएस कैसे किया जाता है?
ऑनलाइन मेथड के लिए आप इंटरनेट बैंकिंग का उपयोग कर आरटीजीएस कर सकते हैं, इसके अंतर्गत यदि कोई भी व्यक्ति को फंड ट्रांसफर करना है। तो उसे payee या Beneficiary customer के रूप में अपने अकाउंट में ऐड करना होता है।
जहां आपको उस कस्टमर के विषय में सारी जानकारी प्रदान करनी होती है, और उसके बाद बैंक उस Beneficiary की डिटेल को चेक करता है, इस कार्य को करने के लिए बैंक को Beneficiary की डिटेल चेक करने में 12 से 24 घंटे का समय लगता है।
बैंक के द्वारा जब चेकिंग प्रोसेस पूरी तरह से कंप्लीट हो जाती है। तब बैंक के द्वारा Benficiary customer को Activate कर दिया जाता है, जिसके बाद उस Beneficiary Customer को फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।
किसी भी व्यक्ति को अपने बैंक अकाउंट में Beneficiary अथवा Payee के रूप में Add करने के लिए आपके पास Beneficiary से रिलेटेड निम्न प्रकार की सूचना का होना बहुत ही आवश्यक है।
वरना आप अपने इंटरनेट बैंकिंग A/C के द्वारा उसे Beneficary के रूप में ऐड नहीं कर सकते।
- सबसे पहले ऑनलाइन बैंकिंग खाते में यूजर आईडी और पासवर्ड डालकर लॉगिन करें।
- अब जिस लाभार्थी को आरटीजीएस करना है उसका नाम और beneficiary में जोड़ें।
- जिसके लिए Bank holder name, Bank account number, IFSC code , bank name, Bank branch दर्ज करें।
- Benificiary के जुड़ने के बाद transfer by RTGS option पर जाएं।
- अब फंड ट्रांसफर करने के लिए transfer by RTGS को चुने।
- इसके बाद beneficiary का नाम transfer amount का विवरण डालकर करें।
- अब ट्रांजैक्शन पिन डालें।
- पिन डालने के बाद आपके रजिस्टर मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगा जिसे डालकर वेरीफाई करें। वेरीफाई करते ही आरटीजीएस हो जाएगा।
- कुछ समय के पश्चात ही फंड लाभार्थी के बैंक खाते में प्राप्त हो जाए।
ऑफलाइन आरटीजीएस कैसे किया जाता है।
ऑफलाइन मेथड के लिए आप लोग निम्न प्रकार से कर सकते हैं।
- अपने नजदीकी बैंक ब्रांच में जाएं।
- बैंक के अंदर आपको आरटीजीएस फॉर्म मिलेगा आपको उस फॉर्म मैं अपने कुछ विशेष जानकारियां भरनी है ओ
- जिसमें beneficiary name, Bank name, branch name, account number, IFSC code, type of account और transfer amount भरें।
- लाभ लेने वाले को बैंक विवरण भरने के बाद बैंक अधिकारी को आरटीजीएस फॉर्म सबमिट करवा देंगे।
- आरटीजीएस फॉर्म सबमिट करने के बाद बैंक अधिकारी आपके फॉर्म को सत्यापित करके आप के फंड को लाभार्थी के बैंक खाते में ट्रांसफर कर देगा।
RTGS करने का समय
आरटीजीएस के द्वारा जो फंड ट्रांसफर किया जाता है। वह फंड केवल बैंक कार्य के समय में ही किया जा सकता है। अगर आपको आरटीजीएस के द्वारा फंड ट्रांसफर करना है, तो बैंक में बैंक समय के दौरान ही जाए बैंक समय निम्न प्रकार से हो सकता है।
- सोमवार से शुक्रवार बैंक समय 9:00 a.m. से 4:30 p.m. तक होता है।
- शनिवार को बैंक समय 9:00 a.m. से 2:00 PM तक होता है।
Conclusion – (निष्कर्ष)
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में मैंने आपको आरटीजीएस क्या है के बारे में पूरी जानकारी दी है और उम्मीद करता हूं कि आरटीजीएस कैसे करें आपको बहुत ही अच्छे से समझ आ गया होगा।और आपको अच्छा भी लगा होगा आरटीजीएस करने की सभी जानकारियों से हमने आपको आज के इस लेख में अवगत करवाया है साथ ही साथ आरटीजीएस करने के तरीकों के बारे में भी हमने आपको बताया हमने आपको ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रक्रिया के बारे में सांझा किया है।
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